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लेखक:

दिनेश कुमार शुक्ल

हिन्दी के प्रतिष्ठित कवि।

जन्म: वर्ष 1950 में नर्बल ग्राम, ज़िला कानपुर (उ.प्र.) में।

शिक्षा: एम.एससी., डी.फिल. फ़िज़िक्स, इलाहाबाद विश्वविद्यालय।

प्रकाशित रचनाएँ: कविता संग्रह 'समयचक्र' (1997), 'कभी तो खुलें कपाट' (1999), 'नया अनहद' (2001), 'कथा कही कविता' (2005), 'ललमुनिया की दुनिया' (2008), 'आखर अरथ' (2009) और प्रस्तुत कृति 'समुद्र में नदी' (2011)। काव्यानुवाद— पाब्लो नेरूदा की कविताएँ (1989)। कुछ आलोचनात्मक गद्य, समीक्षाएँ, टिप्पणियाँ और निबन्ध

सम्मान : 'केदार सम्मान' तथा 'सीता स्मृति सम्मान'।

आखर अरथ

दिनेश कुमार शुक्ल

मूल्य: Rs. 160

दिनेश कुमार शुक्ल शब्द और मनुष्य की समेकित संस्कृति के संश्लिष्ट कवि हैं। जीवन के द्वन्द्व से उत्पन्न आलाप उनकी कविताओं में एक स्वर-समारोह की तरह प्रकट होता है...   आगे...

एक पेड़ छतनार

दिनेश कुमार शुक्ल

मूल्य: Rs. 300

उनकी कविता समय की समूची दुखान्तिकी से परिचित है, उस पूरे अवसाद से भी जिसे समय ने अपनी उपलब्धि के रूप में अर्जित किया है, लेकिन वह उम्मीद की अपनी ज़मीन नहीं छोड़ती। कारण शायद यह है कि जन-जीवन, लोक-अनुभव और भाषा के भीतर निबद्ध जनसामान्य के मन की ताकत की एक बड़ी पूँजी उनके पास है।

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कथा कहो कविता

दिनेश कुमार शुक्ल

मूल्य: Rs. 75

प्रस्तुत है दिनेश कुमार की सात लम्बी कविताओं का संकलन   आगे...

 

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